बिहार में जमीन सर्वे से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है। विभाग ने घोषणा की है कि सर्वे का काम तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। इसका मतलब है कि अब सर्वे तीन महीने बाद शुरू होगा। इस बीच, कई लोग अफवाह फैला रहे हैं कि बिहार में जमीन सर्वे नहीं होगा।
बिहार भूमि सर्वे 2024 को लेकर अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जमीन सर्वे का काम जरूर होगा, लेकिन इसे फिलहाल तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। इस फैसले से संबंधित जानकारी अधिकारियों के माध्यम से दी गई है।
जमीन सर्वे को रोके जाने का कारण और इसे फिर से कब शुरू किया जाएगा, इसकी विस्तृत जानकारी इस आर्टिकल में दी गई है। राज्य में सर्वे का काम क्यों रुका, इस पर भी चर्चा की गई है।
बिहार जमीन सर्वे से जुड़ी अधिक जानकारी पाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और सभी महत्वपूर्ण अपडेट्स देखें।
Bihar Bhumi Survey 2024 : Overviews
Post Name | Bihar Bhumi Survey 2024 : बिहार जमीन सर्वे हुआ स्थगित नया नोटिस जारी |
Post Date | 22/09/2024 |
Post Type | Survey New Update |
Update Name | Bihar Land Survey 2024 News |
Survey Apply | Online/Offline |
Department | Directorate of Land Records & Survey |
Official Website | dlrs.bihar.gov.in |
डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि लोगों की परेशानियां देखकर उन्हें खुद भी चिंता हुई, जिसके बाद उन्होंने तय किया कि तीन महीने का समय लोगों को मिलना चाहिए। इसी कारण यह प्रस्ताव लाया गया कि जमीन सर्वे का कार्य तीन महीने तक स्थगित किया जाए। इस दौरान, विभागीय अधिकारियों को चेतावनी दी गई है कि वे अपने काम के तरीके में सुधार करें, वरना कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. जायसवाल ने कहा कि इन तीन महीनों में रैयतों को अपने कागजात ठीक करने का मौका मिलेगा। इसके बाद, जन प्रतिनिधियों और रैयतों के साथ बैठकें की जाएंगी, ताकि आगे की प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं को हल किया जा सके।
Bihar Land Survey 2024
बिहार में जमीन सर्वे का काम तीन महीने के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। मंत्री की जानकारी के अनुसार, कैथी लिपि को लेकर कई समस्याएं सामने आ रही हैं, क्योंकि इस लिपि के जानकार लोग बहुत कम हैं। रैयतों के साथ कोई गड़बड़ी न हो, इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है।
इसके समाधान के लिए 100 से अधिक विशेषज्ञों को बुलाया गया है। सभी सर्वे कर्मियों को इस लिपि में प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि सर्वे का काम सुचारू रूप से हो सके।
Bihar Bhumi Survey 2024 : अधिकारियो को दिए गए निर्देश
मंत्री ने सभी अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं, जिसमें रैयतों को आवश्यक कागजात उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है। कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि सर्वे नहीं होगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।
यह समय रैयतों को अपने कागजात जमा करने के लिए दिया गया है। कागजात जमा होने के बाद सर्वे का काम निश्चित रूप से किया जाएगा।
जब डॉ. दिलीप जायसवाल यह बयान दे रहे थे, उस समय उनके साथ पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव भी मौजूद थे। मंत्री ने कहा कि जमीन सर्वे को लेकर कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं, लेकिन इसका उद्देश्य लोगों का भला करना है। आज जो परेशानी हो रही है, वह भविष्य में लाभकारी साबित होगी।
जब सर्वे शुरू हुआ, तो लोगों को लगा कि उनके पास सभी कागजात सही हैं। अब सर्वे के बाद सच्चाई सामने आ रही है। वर्तमान में थोड़ी मुश्किलें उठाने से भविष्य में उनके बच्चों के लिए सब कुछ सुगम होगा। यदि यह सर्वे दस साल बाद होता, तो शहरों में रहने वाले बच्चे अपनी जमीन के कागजात बनवाने में असमर्थ होते।
Bihar Bhumi Survey 2024 : जमीन सर्वे के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
दोस्तों, आज के इस हिंदी लेख “Bihar Bhumi Survey New Update” के माध्यम से हम आपको जानकारी देना चाहते हैं कि बिहार भूमि सर्वे के तहत सभी जमीनों को मालिक के नाम पर दर्ज किया जाएगा। जैसा कि आप जानते हैं, एक ही जमीन के लिए कई लोग दावा करते हैं, जिससे जमीन संबंधी विवाद होते रहते हैं।
इन विवादों को रोकने के लिए बिहार सरकार ने जमीन सर्वे का काम शुरू किया है। “Bihar Bhumi Survey New Update” के अनुसार, जो भी उस जमीन का असली मालिक होगा, जमीन उसके नाम पर दर्ज की जाएगी, जिससे भविष्य में विवाद खत्म हो सकें।
- जमाबंदी रैयत का मृत्यु प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- सभी हिस्सेदारों की सहमती
- एसडीएम कार्यालय से जारी शपथ-पत्र
- लगान रसीद की छायाप्रति
- भूमि से संबंधित दस्तावेज (केवल , खतियान आदि)
- 100 रूपये के स्टांप पर बँटवारा शेड्यूल
- वंशावली
Bihar Bhumi Survey 2024 : ऐसे करे सर्वे के लिए ऑफलाइन आवेदन
इस फॉर्म को ऑफलाइन भरने के लिए आपको अपने क्षेत्र के सर्वे शिविर में जाना होगा। शिविर में मौजूद अधिकारी से जमीन सर्वे का फॉर्म प्राप्त करें और इसे सही तरीके से भरें। सभी आवश्यक दस्तावेजों को स्व-अभिप्रमाणित करके फॉर्म के साथ संलग्न करें।
फॉर्म जमा करने के बाद, आपको एक रसीद दी जाएगी जिसे आपको सुरक्षित रखना होगा। यह रसीद भविष्य में किसी भी प्रकार की जानकारी या अपडेट के लिए आवश्यक हो सकती है।
Bihar Bhumi Survey 2024 : ऐसे करे सर्वे के लिए ऑनलाइन आवेदन
- Bihar Jamin Survey Online Apply के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले इसके ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा |
- इसका लिंक आपको निचे मिल जायेगा |
- वहां जाने के बाद आपको बिहार विशेष सर्वेक्षण संबंधित सेवाएं का विकल्प मिलेगा |
- जिस पर आपको क्लिक करना होगा |
- इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा |
- जहाँ आपको रैयत द्वारा स्वामित्व /धारित भूमि की स्वघोषणा हेतु प्रपत्र का विकल्प मिलेगा |
- जिस पर आपको क्लिक करना होगा |
- इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा |
- जहाँ से अप इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है |
Bihar Bhumi Survey 2024 : रैयतों के कर्त्तव्य निम्न प्रकार है
- किस्तवार एवं खानापूरी के समय रैयत को यथासंभव जमीन पर उपस्थिति रहना चाहिए |
- जरूरत पड़ने पर सरजमीन पर भी घूमकर अपनी जमीन की चौहद्दी बताना चाहिए |
- अपनी जमीन की मेड़ को ठीक-ठाक बना दे और उसे सीमांकित कर ले |
- जमीन का विवरण चौहद्दी के साथ प्रपत्र-2 में खेसरावार भरकर शिविर में जमा कर दे |
- स्व-घोषणा (प्रपत्र-2) के साथ निम्न कागजात संलग्न करे |
- जमाबंदी संख्या की विवरणी/ मालगुजारी रसीद की छायाप्रति (यदि उपलब्ध हो तो)
- खतियान की नकल (यदि उपलब्ध हो तो) |
- मृत जमाबंदी रैयत की मृत्यु की तिथि/मृत्यु का प्रमाण पत्र की छायाप्रति
- आवेदन या हित अर्जन करनेवाले का मृतक का वारिस होने का प्रमाण |
- सक्षम न्यायालय का आदेश हो , तो उसकी सच्ची प्रति |
- रैयत अपनी वंशावली प्रपत्र 3 (I) में भरकर संलग्न कागजात के साथ शिविर में जमा करेगे |
- प्रपत्र -7 एवं L.P.M. मिलने के बाद ठीक से जाँच कर ले , गलत होने पर प्रपत्र-8 में आपत्ति दे
- सुनवाई के दौरान ससमय उपस्थित होकर अपना पक्ष रखे |
- प्रारूप अधिकार अभिलेख/ मानचित्र की जाँच कर ले, गलती हो तो प्रपत्र-14 में आपत्ति दायर करे |
- अंतिम रूप से तैयार अधिकार-अधिलेख एवं मानचित्र का अवलोकन कर ले, गलत हो तो प्रपत्र-21 में आपत्ति दे |
- अधिकार अभिलेख (खतियान) की एक प्रति शिविर या बंदोबस्त कार्यालय से अवश्य प्राप्त कर ले |
Bihar Bhumi Survey 2024 : Important Links
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Frequently Asked Question
What is the purpose of the Bihar Bhumi Survey?
The purpose of the Bihar Bhumi Survey is to resolve land ownership disputes by properly documenting land in the name of its rightful owner.
How will the Bihar Bhumi Survey help reduce land disputes?
The survey aims to identify the actual owner of the land, ensuring that multiple claims on the same piece of land are resolved and recorded accurately.
What happens if multiple people claim ownership of the same land?
The survey will clarify ownership by identifying the legitimate owner and registering the land in their name to prevent future disputes.
Will all types of land be included in the Bihar Bhumi Survey?
Yes, the survey will include all types of land across Bihar to ensure proper documentation and reduce land disputes.
Who will be responsible for ensuring that land is registered under the correct owner?
The Bihar government and its survey officials will be responsible for verifying ownership and registering the land under the rightful owner.
What should I do if I believe I am the rightful owner of disputed land?
You should participate in the Bihar Bhumi Survey and provide the necessary documents to support your ownership claim.
How will the Bihar Bhumi Survey impact future land ownership disputes?
By accurately registering land under the rightful owner, the survey will help reduce and prevent future land ownership disputes.
Conclusion
The Bihar Bhumi Survey represents a significant step toward resolving long-standing land ownership disputes in the state. By systematically documenting land ownership and ensuring that each plot is registered under its rightful owner, the survey aims to create a transparent and efficient land management system. This initiative not only addresses current disputes but also establishes a framework that will help prevent future conflicts. Ultimately, the successful implementation of the Bihar Bhumi Survey will contribute to greater security for landowners and promote stability in land transactions, fostering a more organized and equitable agricultural and urban environment in Bihar.